शहीद की अंतिम विदाई में उमड़ा जन सैलाब, पार्थिव देखते ही बेसुध हुईं पत्नी और मां

 

 

 

गोरखपुर । खजनी तहसील क्षेत्र के भारतीय सेना में जवान दिवाकर यादव के हादसे में शहीद होने के बाद शव के पैतृक निवास पर पहुंचने से पहले अंतिम दर्शन के लिए जन सैलाब उमड़ पड़ा। पूरे सैनिक सम्मान के साथ सेना के जवानों ने अंतिम सलामी दी। उनवल कटरा बाबा के स्थान आमी नदी के तट पर 10 वर्षीय इकलौते बेटे ने अपने दादा जी के सहयोग से चिता को मुखाग्नि दी तो वहां मौजूद लोगों की आंखें नम हो उठीं।भारतीय सेना के वाहन से जैसे ही जवान का पार्थिव शरीर पहुंचा सबसे पहले नौसढ़ में फिर महुआडाबर चौराहे पर आरडीएम स्कूल कनराईं में कतार में खड़े विद्यार्थियों और शिक्षकों ने फूल बरसाए जरलहीं आमी नदी पुल उनवल में भी फूल बरसाते हुए शहीद का स्वागत किया।

इलाके के नगर पंचायत उनवल वार्ड संख्या 2 बाबू बेढ़ा मौजे के निवासी रामसांवर यादव के पुत्र दिवाकर यादव 35 वर्ष की राजस्थान के बाड़मेर में हुए एक हादसे में बिजली का करंट लगने के बाद कुएं में गिरने से मौत हो गई। सूचना मिलते ही परिजनों समेत इलाके के लोग शहीद जवान के पार्थिव शरीर के आने इंतजार में थे। पैतृक निवास पर पहुंचते ही साथ आए रेजिमेंट के जवानों ने अंतिम दर्शन के लिए ताबूत का ढक्कन हटाया तो पत्नी और मां बेसूध हो गईं। जवान की मौत पर परिजन बिलखते रहे। जिलाधिकारी कृष्ण करूणेश के प्रतिनिधि के रूप में तहसीलदार गोपाल कृष्ण तिवारी सेवानिवृत्त कर्नल अनिल कुमार सिंह नगर पंचायत के चेयरमैन महेश दूबे समेत दर्जनों लोगों ने पुष्पगुच्छ चढ़ा कर शहीद को नमन किया। अंतिम यात्रा के दौरान “दिवाकर यादव अमर रहें” “भारत माता की जय” और वंदे मातरम् के गगन भेदी नारे लगाते हुए बड़ी संख्या में लोग अंतिम यात्रा में सम्मिलित हुए।
दिवाकर तीन भाई और एक बहन में दूसरे नम्बर की संतान दिवाकर के बड़े भाई प्रभाकर भी सीमा सुरक्षा बल के जवान हैं। बहन नर्वदा की शादी हो चुकी है। छोटा भाई रमाकर भी आर्मी का जवान है। गांव में रहने वाले पिता किसान और मां एक घरेलू महिला हैं।
खजनी थाने एसएसआई बलराम पांडेय समेत बड़ी संख्या में नगर, तहसील एवं जिले से पहुंचे लोगों ने शहीद को श्रद्धांजलि दी।

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