गोरखपुर। गुरुभक्ति,संस्कार सुरक्षा,पर्यावरण संरक्षण,सशक्त भारत और विश्व कल्याण के प्रति लोगों में जागरुकता लाने के उद्देश्य से अखंड हिन्दू एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदीप योगी 26 जून से अपने पैतृक गांव धनवार प्रखण्ड क्षेत्र के ढाकोसारण घोड़थम्बा झारखंड से गुरु के प्रति आस्था और मां दुर्गा की आरती तथा हनुमान पाठ कर पदयात्रा की शुरुआत की। तथा झारखंड से पैदल चलकर लगभग 21 दिनो बाद उत्तर प्रदेश गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर हैं। वे 24 जुलाई गुरु पूर्णिमा के दिन तक गोरक्षनाथ गोरखपुर में रहेंगे लेकिन प्रदीप योगी ने बताया मंदिर प्रशासन का एक संत के प्रति भी रवैया अच्छा नहीं है। उन्होंने कहा मंदिर के धर्मशाला से मुझे यह कहते हुए बाहर कर दिया गया कि आप यहां एक दिन से अधिक नहीं रह सकते जहां मुझे यूपी के मुख्यमंत्री गोरक्षपीठाधिश्वर योगी आदित्यनाथ से मिलना है लेकिन मंदिर प्रशासन के इस रवैए से पता लगता है कि मुझे मेरे गुरु से मिलने से वंचित कर दिया जाएगा।
मिडिया को जानकारी देते हुए प्रदीप योगी ने कहा कि गुरु आदित्यनाथ योगी को हमने गुरु माना है। उन्हें नहीं पता पर हम उनके पद चिन्हों पर चलकर अपनी संस्कृति,परम्परा,संस्कार के साथ अपने सनातन धर्म की रक्षा करते हुए सशक्त भारत और विश्व कल्याण के लिए काम करना हमारा मकसद है। उन्होंने कहा कि इस यात्रा के दौरान गुरुभक्ति, संस्कार सुरक्षा, पर्यावरण संरक्ष, सशक्त भारत के प्रति लोगों को जागरूक करते हुए भगवान राम की नगरी व जन्मस्थल अयोध्या पहुंच कर यात्रा को सम्पन्न किया जाएगा।